गुमसुम सी क्यों है मुनिया
पूछे तितली पूछे बगिया
गुमसुम सी क्यों है मुनिया
गुमसुम सी क्यों है मुनिया
मुनिया मुनिया रानी
सुन भी लो हमसे एक कहानी
गिलहरी गिट पिट खट पट करती
दूब की खाट पर पेड़ों से उतरी
पानी की क्यारी में चिडियां
छप छप डुबकी मारे
मुनिया को मनाये मिलके
सारे नज़ारे
मुनिया की टोपी में
भर डाले चांदी के सिक्के
मुनिया के पास लेके आई
बगिया फूलों के गुलदस्ते.
सबकी धींगा मस्ती से
उदासी हुयी फुर्र फुर
सर सर कर हवा लहरायी
तितलियों ने फ़िर दौड़ लगायी
मुनिया भागी उनके पीछे
ऊपर नीचे आगे पीछे
मुनिया क्या मुस्कायी
बगिया में खुशियाँ छायी
पूछे तितली पूछे बगिया
गुमसुम सी क्यों है मुनिया
गुमसुम सी क्यों है मुनिया
मुनिया मुनिया रानी
सुन भी लो हमसे एक कहानी
गिलहरी गिट पिट खट पट करती
दूब की खाट पर पेड़ों से उतरी
पानी की क्यारी में चिडियां
छप छप डुबकी मारे
मुनिया को मनाये मिलके
सारे नज़ारे
मुनिया की टोपी में
भर डाले चांदी के सिक्के
मुनिया के पास लेके आई
बगिया फूलों के गुलदस्ते.
सबकी धींगा मस्ती से
उदासी हुयी फुर्र फुर
सर सर कर हवा लहरायी
तितलियों ने फ़िर दौड़ लगायी
मुनिया भागी उनके पीछे
ऊपर नीचे आगे पीछे
मुनिया क्या मुस्कायी
बगिया में खुशियाँ छायी