Saturday 11 October, 2008

ख्वाबों में चाँद


मेरे खवाबों में चाँद
मेरे ख्यालों में चाँद
मेरे दिल में चाँद
मेरे दिल का चाँद

झरोखे खोल के झांके
कभी छत से ताँके
चाँद मेरे साथ रहता है
चाँद मेरी सांसो में बहता है

उस जैसा कोई भी तो नही
फलक पर ही नही पलक पर
भी चाँद रहता है ।

चाँद तुझको हमने हमेशा
सर माथे पर बैठाया
सुखनवर बने सुखनवर
चाँद तुझको ही देख के ।

चाँद कोई महबूब है
जिससे दिल लगाया
हर किसी ने
चाँद से दिल्लगी के हश्र की
परवाह किसे ?
बहुतो के ख्वाबों में पले चाँद !!

चाँद हम तेरे पास आ रहे हैं !

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