Wednesday, 12 March 2008

राधे राधे


रूह तक आते प्रेम के धागे
राधे राधे !!
रंगो मे भिगो देते
उम्मीद के धागे
राधे राधे !!

ऊँचे आकाश मे रहते
ज़मीन पे बहते
हवाओं मे चलते
रुत को रंगीन बनाते
प्रभु के प्रेम के धागे
राधे राधे !!

मन को वृन्दावन बनाते
कृपा बरसाते जीवन तरंग
मन की उमंग के धागे
उम्मीद और रोशनी के धागे
प्रभु के धागे
राधे राधे !!

सपनो मे उड़ने वाले
नए देश नए स्वप्न भरने वाले
ऊँचे ऊँचे उड़ने वाले
रूह को खोलने वाले
प्रेम के धागे


मुझ तक आते
मुझ से जाते
प्रभु के धागे
प्रेम के धागे
राधे राधे !!

1 comment:

karmowala said...

दुखों के सागर में एक कश्ती है,

काँटों के दामन में महकता फूल है,

जिंदगी भर साथ निभाने वाला रिश्ता है
,
तन्हाई में सहारा है,

मझधार में किनारा है,

किसी-किसी के नसीब में आती है,

हर खुशी हर गम का सहारा है,

हर आँख में बसने वाला नजारा है,

भगवन कृषण