सिलसिला बातो का ख्यालो का (दिल में आया ख्याल तो बस लिख दिया !!)
चलते फिरते बिना प्रयोजन से लिखी बातो का सिलसिला !!
Monday, 25 February 2008
माँ का प्यार !
रुत बदले मौसम बदले
बदले नही माँ का प्यार !!
क़दम दर क़दम चले
बनकर हमदम
माँ का प्यार !!
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