Thursday, 14 February 2008

खिलती

खिलती मुस्कान हो तुम
खिलते फूलों की तरह
तुम्हारी बातें जुदा है
सबसे ......
तुम जुदा हो सबसे

दिल को हर बार यही महसूस होता है
तुमसे मिलकर ....
कोई भी नही तुमसा नही है
इस पूरी कायनात मे !!

तुम्हारी मुस्कान /संगेमरमर का बदन
सैकडो फूलों की महक /क्या खूब
बला का हुस्न तुम्हारा है

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