एक दीवार दुनिया की
एक दीवार तुम्हारी
रोक लेती है
टोक देती है
बहने से हवाओं को
रोक लेती है
टोक देती है
खिलने से फूलों को
रोक लेती है
टोक देती है
पत्तो को गुनगुनाने से
रोक लेती है
टोक देती है
आस्मान को शामियाने बनाने से
दीवार दीवार दीवार ......
हम सबके भीतर
कभी कोई बना देता है
कभी हम बना देते है
दीवार दीवार दीवार
रोक लेती है
टोक देती है
परवाज़ को उड़ने से
बच्चो को पतंग उड़ाने से
साजो को सुनाने से
आवाज़ को सच बताने से !!
तोड़ दो फोड़ दो
अपने भीतर बाहर और
इर्द गिर्द की हर दीवार को !!!
हवाओं को आने दो
परवाज़ को उड़ने दो
बच्चो को पतंग उड़ाने दो
साजो को संगीत बिखेरने दो
आवाज़ को सच बताने दो
फूलों को खिलने दो
कलियों को मुस्कुराने दो !!
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